उत्तर प्रदेश

मौनी अमावस्या पर रेलवे ने श्रद्धालुओं को दी खुशखबरी, प्रयागराज से हर 4 मिनट पर मिलेंगी ट्रेनें

नई दिल्लीः 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के दिन प्रयागराज महाकुंभ 2025 के दूसरे अमृत स्नान से पहले महाकुंभ मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। श्रद्धालुओं की सहूलियत को देखते हुए रेलवे कल यानी 29 जनवरी को 60 स्पेशल ट्रेनें चलाएगा। मौनी अमावस्या से पहले भारतीय रेलवे द्वारा किए गए इंतजामों पर रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ सतीश कुमार ने कहा कि हमने सावधानीपूर्वक योजना बनाई है और 13-14 जनवरी को अपने अनुभव से सीखा है।

190 स्पेशल ट्रेनें बुधवार को चलेंगी

पूर्व के अलावा 60 विशेष ट्रेनें बुधवार को निर्धारित संख्या में चलेगी। कुल मिलाकर190 स्पेशल ट्रेनें चलेंगी। उस रूट पर 110 नियमित ट्रेनें हमेशा की तरह चलेंगी। प्रयागराज से हर 4 मिनट में ट्रेन उपलब्ध होगी और यह एक बड़ी उपलब्धि है। अधिकारी और रेलवे कर्मचारी तैनात और चालू हैं अलर्ट। हम हर मिनट उनसे अपडेट ले रहे हैं।

करीब 10 हजार आरपीएफ जवान रहेंगे तैनात 

सतीश कुमार ने बताया कि वॉर रूम एक्टिव हो गया है। हमें बुधवार को कम से कम 10 करोड़ आगंतुकों की उम्मीद है। हमारी सभी मशीनरी बहुत सक्रिय है और राज्य सरकार के साथ समन्वय में है। 8000-10000 आरपीएफ जवानों को ट्रेनों और रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए तैनात किया जाता है।

नौ स्टेशनों से चलेंगी ट्रेनें

रेलवे ने बताया कि 150 से ज्यादा चलने वाली ट्रेनों को प्रयागराज जंक्शन, सूबेदारगंज, नैनी, प्रयागराज छिवकी, प्रयाग जंक्शन, फाफामऊ, प्रयागराज रामबाग, प्रयागराज संगम और झूंसी से चलाया जाएगा। प्रयागराज रेल मंडल के वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी अमित मालवीय ने बताया कि 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर 150 से अधिक मेला स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जाएगा, जिनमें से अधिकांश प्रयागराज जंक्शन से चलेंगी। उन्होंने बताया कि नियमित ट्रेनों के साथ-साथ मंडल के अन्य स्टेशनों से भी विशेष ट्रेनें अपने निर्धारित समय पर चलाई जाएंगी।

रेलवे स्टेशन पर टिकटिंग प्रणाली रहेगी

यात्रियों में वृद्धि को देखते हुए रेलवे डिवीजन ने एक रंग-कोडित टिकटिंग प्रणाली लागू की है और स्टेशनों पर अतिरिक्त आश्रय व्यवस्था स्थापित की है। इसके अलावा, व्यापक सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू किए गए हैं, जिनमें प्रमुख क्षेत्रों में एआई-आधारित सीसीटीवी कैमरे, खोजी कुत्तों और बम निरोधक दस्तों की तैनाती शामिल है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) को शामिल करते हुए मॉक ड्रिल आयोजित की गई है।

इनपुट- एएनआई

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