अपना लखनऊउत्तर प्रदेश

भाजपा सरकार पर अखिलेश यादव ने साधा निशाना, बोले- भाजपा राज में पीडीए को लेकर पक्षपात की उल्टी गणित

समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट शेयर किया है। उन्होंने पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, ‘भाजपा राज में पक्षपात की उल्टी गणित : जो पीडीए समाज संख्या में 90% हैं,  अयोध्या में प्रशासनिक नियुक्तियों में उस PDA समाज की हिस्सेदारी केवल 20% के क़रीब है और जिनकी संख्या 10% है, उन प्रभुत्ववादियों को प्रशासनिक पदों पर 80% नियुक्तियाँ मिली हुई हैं। और कुछ नहीं कहना है।’ पीडीए का मतलब है पिछला, दलित और अल्पसंख्यक। बता दें कि अखिलेश यादव आए दिन सरकारी नौकरियों में पीडीए की संख्या को लेकर या पीडीए के मुद्दे पर सरकार का घेराव करते रहे हैं। इससे पूर्व अयोध्या की मिल्कीपुर उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने अपने 40 स्टार प्रचारकों की लिस्ट को जारी किया था।

अखिलेश यादव का भाजपा पर हमला

बता दें कि इससे पूर्व सु्ल्तानपुर में एक ज्वेलरी की दुकान में हुई लूटपाट की घटना में पुलिस ने एक आरोपी का एनकाउंटर किया था। उसे लेकर अखिलेश यादव ने बयान देते हुए कहा था कि लड़के की जाति पूछकर यूपी पुलिस ने उसे गोली मारी। वहीं एक दूसरे ट्वीट में सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लिखा, “उप्र बीजेपी सरकार में दो राजधानियों (दिल्ली-लखनऊ) के बीच आपस में ही आरोपों की तलवारें खिंची हैं। किसी भाजपाई मंत्री के या किसी भाजपाई विधायक के ही कंधे पर बंदूक रखकर, कोई भाजपाई ही कहीं दूर से निशाना साध रहा है। सत्ता की इस रस्साकशी में जनता और सरकारी कामकाज पिस रहा है।’

मिल्कीपुर उपचुनाव की तैयारी में जुटे अखिलेश यादव

उन्होंने लिखा, ‘अधिकारी इनके घर्षण की आग में अपनी रोटी सेंक रहे हैं। दरअसल, ये जो लड़ाई है, उसका कारण भ्रष्टाचार की कमाई है, जिस पर सब एकाधिकार जमाना चाहते हैं। अब तो भाजपाई भी कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा।’ बता दें कि इस बीच अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव होने जा रहा है। इसे लेकर सपा अध्यक्ष ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे मिल्कीपुर उपचुनाव में पार्टी की जीत सुनिश्चित करें, क्योंकि उन्होंने इसे लोकतंत्र बचाने के लिए जरूरी बताया। लखनऊ में सपा के प्रदेश मुखअयालय में आयोजित एक बैठक में अखिलेश यादव ने फैजाबाद, अयोध्या और मिल्कीपुर क्षेत्र के नेताओं और कार्यकर्ताओं से संवाद करते हुए यह बात कही थी।

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button