फिर चलेगा बुलडोजर, लाखों-करोड़ों में खरीदें फ्लैट, दुकानें, अब टूटेंगे
लखनऊ: लखनऊ विकास प्राधिकरण के अभियंताओं की मिलीभगत का खामियाजा हजारों परिवारों को भुगतना पड़ेगा। नियम विरुद्ध बनाए गए अपार्टमेंट में इन लोगों को लाखों, करोड़ों के फ्लैट और दुकानें खरीदी थीं। अब उनके फ्लैट व दुकानों पर बुलडोजर चला दिया जाएगा। हाईकोर्ट की सख्ती के बाद एलडीए ने 81 अपार्टमेंट और कॉम्पलेक्स ध्वस्त करने के लिए बिल्डरों को नोटिस थमा दिए हैं।
एलडीए के जोन-5,6 व 7 में नियम विरुद्ध बनी पांच मंजिला तक 81 इमारतें ध्वस्तीकरण के लिए चिह्नित की गई हैं। इसमें अपार्टमेंट सबसे अधिक हैं। इनमें एक हजार से ज्यादा फ्लैट हैं। व्यवसायिक भवनों में सैकड़ों दुकानें, हॉल, ऑफिस हैं। ये इमारतें 2007 से 2010 के बीच बिल्डरों ने प्राधिकरण से मानचित्र स्वीकृत कराए बिना बनाई थीं। जिन बिल्डरों ने मानचित्र स्वीकृत कराया भी लेकिन अपार्टमेंट और कॉम्पलेक्स नियमानुसार नहीं बनाए। दोबारा ध्वस्तीकरण के नोटिस जारी होने से इमारतों में रहने वाले परिवार और दुकानदार में दहशत हैं। कार्रवाई से बचने के लिए वह भागदौड़ कर रहे हैं।
बिल्डिंगें नियमानुसार न बनने के खेल में अभियंता शामिल हैं। उनके संरक्षण में न केवल बिल्डिंगें बन गईं बल्कि फ्लैट, दुकानें बेंच भी दिए गए। इस सम्बंध में 2012 में हाईकोर्ट में एक याचिका भी दायर की गई थी। इस आधार पर प्राधिकरण ने सभी निर्माण ध्वस्त करने का आदेश जारी करके सील किए थे, लेकिन कार्रवाई नहीं की। इसका हाईकोर्ट ने संज्ञान लेकर प्राधिकरण के अफसरों को फटकार लगाई, तो दोबारा नोटिस जारी कर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।