
गोण्डा। बलरामपुर मार्ग पर स्थित सुभागपुर रेलवे स्टेशन के पास रविवार को सड़क पटाई के लिए की जा रही मिट्टी खुदाई के दौरान उस समय लोगों में कौतूहल पैदा हो गया, जब मजदूरों को मिट्टी के नीचे से चांदी जैसे चमकदार सिक्के मिलने लगे। यह खबर इलाके में आग की तरह फैल गयी और देखते ही देखते मौके पर ग्रामीणों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
ग्रामीणों का कहना है कि जैसे ही गहरी खुदाई हुई तो मजदूरों को कुछ धातु जैसी वस्तुएं नजर आईं। उन्हें उठाकर देखा तो वे गोल और चांदी जैसी दिखने वाली आकृतियां थीं। कुछ लोगों ने मौके पर ही खुदाई शुरू कर दी और दावा किया कि उन्हें लगभग 14 ग्राम वजनी सिक्के मिले हैं, जिनकी बाजार में कीमत 1100 रुपये प्रति सिक्का आंकी जा रही है। स्थानीय निवासी शिव नारायण तिवारी का कहना है कि यह इलाका प्राचीन समय में बस्ती-बसेरा वाला रहा है। हमारे बुजुर्ग बताते थे कि यहां पहले बाग-बगीचे और किलेनुमा ढांचे थे। संभव है कि यह कोई पुराना गड़ा हुआ खजाना हो। रामसेवक यादव ने बताया कि मैं खुद मौके पर था। मजदूरों ने कुछ सिक्के निकाले। बाद में गांव के कई लड़कों ने भी खुदाई शुरू कर दी। थोड़ी ही देर में रेलवे के लोग आ गए और खुदाई रूकवा दी।
खुदाई स्थल को किया गया सील, जांच शुरू
घटना के कुछ ही समय बाद रेल विभाग और स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंचा और जहां-जहां से सिक्के मिलने की बात सामने आई थी, उन स्थानों को सील कर दिया गया। फिलहाल खुदाई पर रोक लगा दी गयी है और सिक्कों की धातु, कालखंड व ऐतिहासिकता की जांच की जा रही है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि ये सिक्के चांदी के हैं या किसी अन्य धातु के। न ही यह तय हो पाया है कि उनका कोई पुरातात्विक या ऐतिहासिक महत्व है अथवा नहीं।