एसटीएफ ने मानचित्र व रजिस्ट्री अनुभाग के बाबुओं को पूछताछ के लिए बुलाया
इंडिपेंडेंट वॉयस।
गोमतीनगर विस्तार के 13 भूखंडों की फर्जी तरीके से रजिस्ट्री कराने में शामिल एलडीए के मानचित्र व रजिस्ट्री अनुभाग के कर्मचारियों पर जल्द ही गिरफ्तारी की गाज गिर सकती है। इस खेल में शामिल बाबुओं व अधिकारियों की सलिप्तता की जानकारी एसटीएफ का पता चल चुकी है। अब एसटीएफ ने इन बाबुओं को पूछताछ के लिए बुलाने की तैयारी में है। एसटीएफ ने कार्रवाई के लिए एलडीए से उन बाबुओं के पते समेत सारी जानकारी मांगी है।
गोमतीनगर के विराजखंड, विनम्रखंड, वास्तुखंड, विकल्पखण्ड, विनीतखंड, विभूतिखंड के 13 भूखंडों की पिछले साल जुलाई से सितंबर के बीच रजिस्ट्री कर दी गई थी। लखनऊ विकास प्राधिकरण ने जिस बाबू पवन कुमार को रजिस्ट्री के लिए अधिकृत किया था उसने तत्कालीन नजूल अधिकारी आनंद कुमार सिंह के फर्जी हस्ताक्षर से 12 और ओएसडी राजीव कुमार के जाली हस्ताक्षर से एक रजिस्ट्री की सेल डीड करवाई थी।
यह मामला पिछले साल अक्टूबर में पकड़ा गया था। इसके बाद आरोपी लखनऊ विकास प्राधिकरण के बाबू को गिरफ्तार कर लिया गया था। इस मामले की जांच इस साल जून में एसटीएफ ने शुरू की। एसटीएफ ने तत्कालीन नजूल अधिकारी आंनद कुमार सिंह के हस्ताक्षर के नमूने लेकर उसे फोरेंसिक लैब भेज दिया है। अब इन भूखंडों का नक्शा पास कराने वाले बाबुओं की तलाश एसटीएफ कर रही है। शनिवार को एसटीएफ ने गोमतीनगर के इस मामले में एक अधिकारी से मिलकर बाबुओं से पूछताछ के लिए उनको भेजने को कहा है।