आधार कार्ड न होने की वजह से नहीं मिल पा रहा योजना का लाभ
इंडिपेंडेंट वॉयस। परिषदीय विद्यालयों में पढऩे वाले 14 हजार बच्चों को यूनिफार्म का पैसा नहीं मिल पा रहा हैै। वजह ये है कि इन बच्चों का अभी आधार कार्ड नहीं बन पाया है। इसकी वजह से विभाग डीबीटी के माध्यम से इन बच्चों को सरकार की ओर से यूनिफार्म के लिए जाना वाला पैसा उनके खाते में नहीं भेज पा रही हैैैै। यही नहीं, कुछ ऐसे भी अभिभावक हैं, जिन्होंने बच्चों का आधार कार्ड की फोटो कापी स्कूल में जमा नहीं की है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी विजय प्रताप सिंह ने बताया कि सरकार की ओर से बच्चों को यूनिफार्म व जूते मौजे का 1100 रुपए डीबीटी के माध्यम से दिया जाता है। सरकारी योजना का लाभ उठाने के लिए अभिभावकों के साथ बच्चों का आधार कार्ड होना जरूरी हैै। उन्होंने बताया कि जिन छात्रों व अभिभावकों का आधार कार्ड नहीं बना है। वह तत्काल आधार बनवा कर उसकी एक कापी स्कूल में जमा कर दें ताकि उनको इस योजना का लाभ मिल सके ।
1716 स्कूल में पढ़ रहे 94 हजार छात्र
लखनऊ में 1716 प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में करीब 94 हजार छात्र-छात्राएं पढ़ रहे हैं। सरकार की ओर से डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर डीबीटी के माध्यम से इन बच्चों के यूनिफार्म का पैसा उनके अभिभावकों के खाते में भेजा जाता है। इससे पहले आधार का सत्यापन किया जाता है। इसमें अभिभावकों व बच्चों दोनों का आधार कार्ड होना जरूरी है। लखनऊ में 14 हजार छात्र ऐसे चिन्हित किए गए हैं, जिनका आधार कार्ड अभी तक बना ही नहीं है। इनमें कुछ ऐसे भी अभिभावक हैं, जिनके बच्चों का आधार कार्ड तो बन गया है लेकिन उन्होंने स्कूल में उसकी फोटो कापी जमा नहीं की हैै। ऐसे में उनको यूनिफार्म का पैसा नहीं मिल पा रहा है। बीएसए ने ऐसे अभिभावकों से अपील की है कि वह अपना आधार कार्ड जमा कर दें ताकि उनको सरकारी योजना का लाभ मिल सके। अभिभावक अपना व बच्चों का आधार कार्ड पोस्ट आफिस, खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय व जन सुविधा केन्द्रों पर जाकर बनवा लें ताकि सरकारी योजनाओं की धनराशि उनके खाते में भेजी जा सके।