कमिश्नर डॉ रौशन जैकब ने किया रूमी दरवाजे व घंटाघर का निरीक्षण
इंडिपेंडेंट वॉयस ।
पुराने लखनऊ के गुलाब वाटिका से गायब हो चुकी गुलाबों की खुशबू फिर से महकेगी। शहर की धरोहरों घंटाघर, रूमी दरवाजा और इमामबाड़ों को संवारने का काम भी जल्द शुरू होगा। धरोहरों की सुन्दरता को फिर से निखारने के प्रयास शुरू किए जाएंगे। शुक्रवार को कमिश्नर डॉ. रोशन जैकब ने इमामबाड़ा, रूमी दरवाजा, घंटाघर, कोठी दर्शन विलास और गुलिस्ताने इरम का निरीक्षण किया। उन्होंने धरोहरों के आसपास सुविधाएं विकसित करने का निर्देश दिया ताकि पर्यटक वहां समय बिता सकें। जैसे रूमी दरवाजा के पास स्थित मैदान को ग्रीन पार्क के रूप में विकसित किया जाएगा। साथ ही रूमी दरवाजे के पास बने गुलाब पार्क को संवारा जाएगा।
निरीक्षण में लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष इंद्रमणि त्रिपाठी, लखनऊ स्मार्ट सिटी के अधिकारी, हुसैनाबाद ट्रस्ट के पदाधिकारी भी थे। कमिश्नर ने पिक्चर गैलरी के सामने बने फुव्वारे को साफ करा कर चालू करने के निर्देश दिए। इसके आसपास फूड कोर्ट, शौचालय और अन्य मूलभूत सुविधाएं विकसित करने के भी निर्देश दिए। कमिश्नर ने कहा कि सौन्दर्यीकरण के अन्तर्गत इन स्थानों पर पर्यटकों के बैठने के लिए आकर्षक बेंच बनवाएं। घंटाघर को फसाड लाइटों से रोशन करें। एलडीए उपाध्यक्ष ने उनको बताया कि रूमी दरवाजे के सामने खाली मैदान है। इसको ग्रीन पार्क के रूप में विकसित किया जाएगा। साथ ही इक्का तांगा स्टैंड को सुविधाजनक बनाने के लिए प्रयास हो रहे हैं। कमिश्नर रोशन जैकब ने हुसैनाबाद ट्रस्ट के पदाधिकारियों से पूछा कि इन स्थानों पर और कौन से कार्य किए जाने हैं। अधिकारियों ने स्मार्ट सिटी की ओर से कराए जा रहे कार्यों के बारे में कमिश्नर को बताया।
रूमी दरवाजे के सामने के मैदान में बनेगा ग्रीन पार्क
रूमी दरवाजे के सामने स्थित गुलाब वाटिका में टूटे स्थानों की तत्काल मरम्मत करने के भी कमिश्नर ने निर्देश दिए। उन्होंने यहां गुलाब की अलग अलग किस्मों के पौधे लगाने को कहा। साथ ही आसपास के स्थानों का सौन्दर्यीकरण और पर्यटकों के लिए सुविधाएं बढ़ाने के निर्देश दिए।