कार्यदायी संस्था ने जारी किया टोल फ्री नंबर, 24 घंटों में होगा समस्या का समाधान
इंडिपेंडेंट वॉयस।
राजधानी में बरसात में सीवर लाइनों की सफाई का काम जोर-शोर से करवाया जा रहा है। बरसात में शहर में सीवर में आने वाली समस्याओं से निपटने के लिए जलकल विभाग व कार्यदायी संस्था सुएज इंडिया ने टोल फ्री नंबर जारी कर नागरिकों को समस्या से निजात दिलाने की सराहनीय पहल की है। अब शहर के नागरिक घर बैठे ही सीवर से संबंधित समस्याओं के लिए टोल फ्री नंबर 1800-313-0522 शिकायत कर समस्या का समाधान करवा सकेंगे।
कार्यदायी संस्था सुएज़ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के परियोजना निदेशक श्री राजेश मठपाल जी ने बताया कि शहर में जिन सड़कों व क्षेत्रों में जलभराव की समस्या आती है वहां सीवरेज व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए हमने अपने अधिकारियों की डयूटी लगाई है। जिससे उन जगहों पर सीवरेज से संबंधित कोई समस्या न आने पाए। साथ ही बरसात को देखते हुए योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जा रहा है। शहर के सभी जोन में अत्याधुनिक मशीने लगाकर सीवर की डीसिल्टिंग आदि कार्य किए जा रहे हैं जिससे कि भारी वर्षा होने पर भी सीवर चोक न हों। वहीं संस्था ने वर्षा ऋतु के दृष्टिगत जोन में अतिरिक्त सीवर सफाई मित्रों को ड्यूटी पर तैनात किया गया है, जो समस्या आने पर मौके पर ही समस्या का निस्तारण करेंगे।
उन्होंने ये भी बताया कि लखनऊ वासी सीवर चोक होना, मैनहोल का कवर टूटने की कंप्लेंट, लीक होना, ब्लॉक होने की समस्या का निवारण कर समस्या को 24 घंटे में दूर किया जायेगा। इसके लिए नागरिक अपनी शिकायत टोल फ्री नम्बर 1800-313-0522 पर पंजीकृत करा सकते हैं। वहीं उन्होंने ये भी जानकारी दी कि हमारे पास जून से अगस्त तक तीन महीनों में कुल सीवर व सफाई से सम्बंधित 13,329 शिकायतें आईं, जिनमें से जून में 4031, जुलाई में व अगस्त में 4547 शिकायतें मिलीं। जून व जुलाई में आई सभी शिकायतों का निस्तारण कर दिया गया, जबकि अगस्त में आई 4547 शिकायतों में से 45003 शिकायतों का निस्तारण कर दिया गया।
जलकल विभाग के अधिशासी अभियन्ता रमेश चंद्रा ने सुएज़ इंडिया के सुरक्षा उपकरणों व नियमों की सरहाना की और कहा सुएज़ इंडिया की खास बात ये है कि सीवर सफाई मित्रों की अतिरिक्त सुरक्षा के लिए गियर जैसे वाटरप्रूफ सूट, ऑक्सीजन मास्क, सेफ्टी बेल्ट, गमबूट आदि करती है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि विषम परिस्थितियों में सीवर सफाई कार्य किया जा सके, फिर चाहे बरसात के दिन हो या सामान्य दिन हों। उन्होंने ये भी कहा कि सीवर में उतर कर सफाई करना एवं हाथ से मैला ढोना एक दंडनीय अपराध है, ऐसा किसी भी सफाई मित्र को नहीं करना है।