होटल लेवाना की तरह आवासीय भूखंड पर बना है होटल
इंडिपेंडेंट वॉयस।
चारबाग स्थित एसएसजे होटल एलडीए ने शुक्रवार को दोबारा सील कर दिया। साल 2018 में यहां पर आग लगने से 8 लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद एलडीए ने इस होटल पर बुलडोजर चला दिया था। लेकिन होटल मालिक ने एलडीए के अभियंताओं से सेटिंग करके दोबारा अवैध रूप से होटल बनाकर तैयार कर लिया। मंडलायुक्त के निर्देश के बाद एलडीए ने दोबारा होटल को सील कर दिया है। शुक्रवार को एलडीए की टीम ने मौके पर पहुंचकर इसे सील करवाकर पुलिस की अभिरक्षा में सौंप दिया।
एलडीए अभियंताओं और बिल्डरों की साठगांठ कोई नई बात नहीं है। इसी का एक उदाहरण चारबाग स्थित होटल एसएसजे है। एलडीए ने 2018 में यहां पर आग लगने के बाद होटल को ध्वस्त कर दिया था। इसके बाद होटल मालिक ने एलडीए अभियंताओं से सेटिंग कर होटल का दोबारा निर्माण करा कर उसे चलाना शुरू कर दिया। एसएसजे होटल में हुए अग्निकांड में 8 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। मंडलायुक्त डॉ रौशन जैकब के निर्देश पर दोबारा होटल कर दिया गया है। साथ ही अब होटल का दोबारा निर्माण कराने वाले इंजीनियर, अधिकारी व कर्मचारियों पर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
होटल लेवाना की तरह आवासीय जमीन पर बना है होटल
गोखले मार्ग स्थित होटल लेवाना की तरह चारबाग का एसएसजे होटल भी आवासीय जमीन पर बना हुआ है। 2010 में आवासीय भूखंड पर इसका नक्शा पास हुआ था लेकिन यहां पर कई मंजिला होटल बनकर तैयार हो गया। वर्ष 2018 में यहां आग से कई लोगों की मौत के बाद 2019 में ध्वस्त करा दिया गया था। मगर एलडीए के इंजीनियरों, अफसरों ने 2020 में पुराने नक्शे की कम्पाउन्डिंग कर दी। फिर इसका आवासीय नक्शा कम्पाउन्डिंग से पास हुआ। होटल के मालिक सरिता रानी जैसवाल, सुरेन्द्र जैसवाल ने भूखण्ड 46-46ए दोनों को जोड़कर फिर अवैध होटल बनवा लिया। एलडीए ने सीलिंग नोटिस में लिखा है कि इसका नक्शा आवासीय वर्ष 2010 में पास हुआ था।