माल व मलिहाबाद ब्लाक में शिक्षक बच्चों के विशेष भोजन के लिए कर रहे है चंदा
आरिफ उस्मान ।
आजादी के अमृत महोत्सव बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों के लिए मुसीबत साबित हो रहा है। सरकार ने स्वतंत्रता दिवस की 75 वीं वर्षगांठ पर प्राथमिक स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को विशेष भोज देने के निर्देश जारी किए है। लेकिन इस विशेष भोज के लिए विभाग की ओर से कोई बजट जारी नहीं किया गया है। ऐसे में शिक्षक परेशान है कि बच्चों को कैसे हलवा, खीर और लड्डïू खिलाएं। अब शिक्षक चंदा करके भोजन की व्यवस्था में जुटे हुए है। ऐसा ही झंडे को लेकर भी है। विभाग ने झंडे का कोई बजट जारी नहीं किया है जबकि विकास भवन में एक झंडा बीस रूपए का दिया जा रहा है। अब शिक्षकों को अपनी जेब से झंडा खरीदना पड़ रहा है। हालांकि देर शाम बीएसए ने निर्देश जारी कर दिए कि कोई भी शिक्षक सीडीओ कार्यालय झंडा लेने नहीं जाएगा जबकि खंड शिक्षा अधिकारी झंडे खरीद कर विद्यालयों को उपलब्ध कराएंगे।
बेसिक शिक्षा विभाग लखनऊ के आठ ब्लाकों में 3500 से अधिक स्कूल है। इसमें से 6 ब्लाकों में बच्चों को मिड डे मील देने की जिम्मेदारी अक्षय पात्रा की है जबकि माल और मलिहाबाद के स्कूलों को ग्राम प्रधान मिड डे मील उपलब्ध कराता है। आजादी के अमृत महोत्सव पर अक्षय पात्रा की ओर से बच्चों को विशेष भोजन उपलब्ध कराने में दिक्कत नहीं है। लेकिन माल और मलिहाबाद में के स्कूलों में बच्चों को विशेष भोज कैसे उपलब्ध कराया जाए। ये शिक्षकों के लिए मुसीबत बन गया है। प्राथमिक शिक्षक संघ के ब्लाक अध्यक्ष प्रदीप सिंह बताते हैं कि अमृत महोत्सव पर बच्चों को विशेष भोजन उपलब्ध कराना एक अच्छा विचार है। माल और मलिहाबाद के स्कूलों में पढ़ने वाले 45 हजार से अधिक बच्चों को ग्राम प्रधान की ओर से मिड डे मील की व्यवस्था की जाती है। बच्चों के विशेष भोजन के लिए कोई अतिरिक्त बजट भी नहीं दिया गया है। ऐसे में विभाग मिड डे मील की जगह उक्त भोजन की व्यवस्था करने का आदेश देता तो इतनी परेशानी नहीं होती।
शिक्षक कर रहे है भोजन के लिए चंदा
माल और मलिहाबाद के शिक्षक बच्चों को खीर, हलवा और लड्डïू खिलाने के लिए चंदा करने में जुट गए हैं। शिक्षकों के मुताबिक सिर्फ लड्डïू बांटने में 60 से 70 हजार रुपए का खर्च आएगा हालांकि खीर व हलवा मिड डे मील भोजन में किसी जुगाड़ के जरिए पकवाने की व्यवस्था की जाएगी। विभाग की ओर से इसका कोई बजट भी जारी नहीं किया गया है। शिक्षकों को अपनी जेब से पैसा लगना पड़ेगा।
20 रुपए का झंडा कैसे खरीदे
आजादी के अमृत महोत्सव पर सिर्फ बच्चों को दिया जाने वाला विशेष पकवान ही नहीं बल्कि झंडे भी शिक्षकों को अपनी जेब से खरीदना पड़ रहे हैं। बीएसए की ओर से निर्देश जारी किए गए है कि एडीपीआरओ की ओर से सीडीओ कार्यालय में 20 रुपए प्रति दर के हिसाब से झंडा उपलब्ध कराया जाएगा। एडीपीआरओ जितेन्द्र का कहना है कि झंडे की दरें निर्धारित है। झंडे की बिक्री पर जो भी पैसा आएगा उसे ट्रेजरी में जमा कराया जाएगा। प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष सुधांशु मोहन ने बताया कि बीएसए से मामले पर बात की गई है। शिक्षक बीआरसी से झंडे प्राप्त करेंगे। किसी शिक्षक को सीडीओ कार्यालय जाने की जरूरत नहीं है। खंड शिक्षा अधिकारी सीडीओ कार्यालय से झंडे प्राप्त कर बीआरसी तक पहुंचाएंगे।