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विस्फोट किसने किया?

इस सच से इंकार कौन करेगा कि आरडीएक्सथा, विस्फोट हुआ था, लोग मारे गए थे। 17 साल तक विशेष एनआईए कोर्ट में मुकदमा चला। अभियुक्त बेकसूर निकले ।

2006 के मुंबई सीरियल ट्रेन ब्लास्ट मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट 21 जुलाई को सभी 12 आरोपियों को बरी कर दिया था। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लगा दी है। गुरुवार को मालेगांव बम विस्फोट मामले में विशेष एनआईए अदालत ने सभी सात अभियुक्तों को बरी कर दिया है। मालेगांव बम विस्फोट भी किसी ने नहीं किया। मुंबई सीरियल धमाकों का मामला 19 साल तक चला। मालेगांव मामले का फैसला 17 साल बाद आया है। दोनों में बुनियादी फर्क यह है कि मुंबई मामले में फैसला आने तक आरोपियों को जमानत नहीं मिली थी, मालेगांव के आरोपी जमानत पर बाहर थे। दोनों ही मामलों में आरोपियों को बरी कर दिया गया । यह सवाल फिर अपनी जगह है कि आखिर विस्फोट तो हुए, लोग मरे, घायल हुए, इसके लिए कौन जिम्मेदार है? मालेगांव मामले को ऊपरी अदालत में चुनौती दी जाएगी। मुंबई मामले में भी सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है। मालेगांव मामले में बीजेपी नेता साध्वी प्रज्ञा और लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीकांत पुरोहित इस मामले में सबसे चर्चित अभियुक्त रहे । साध्वी प्रज्ञा भोपाल से बीजेपी की सांसद रह चुकी हैं। अदालत में यह साबित नहीं हो सका कि बम उसी मोटरसाइकिल पर ही लगाया गया था, जिसे साध्वी प्रज्ञा की बताई जा रही थी । लेफ्टिनेंट कर्नल पुरोहित कश्मीर से आरडीएक्स लेकर आया, इसका कोई ठोस सबूत नहीं मिला। यह भी साबित नहीं हो सका कि पुरोहित ने अपने घर पर बम तैयार किया था। लेकिन इस सच से इंकार कौन करेगा कि आरडीएक्स था, विस्फोट हुआ था, लोग मारे गए थे। मालेगांव विस्फोट में मारे गए लोगों के परिजन फैसले को चुनौती देने की बात कर रहे हैं। 17 साल तक एनआईए कोर्ट में मुकदमा चला। सुप्रीम कोर्ट में कितना वक्त लगेगा, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। महाराष्ट्र एटीएस ने शुरुआत में इस मामले की जांच की थी। एटीएस की जांच में पाया गया था कि साध्वी प्रज्ञा की एलएमएल फ्रीडम बाइक का इस्तेमाल विस्फोटक रखने के लिए किया गया था। लेफ्टिनेंट कर्नल पुरोहित पर दक्षिणपंथी समूह अभिनव भारत नामक के माध्यम से आरडीएक्स की योजना बनाने और उसे खरीदने का आरोप लगाया गया था। जब एनआईए ने मामले की जांच अपने हाथ में ली, तो कई आरोप वापस लिए गए। क्या एनआईए ने जांच निष्पक्ष नहीं की थी ?

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