विभाग की जांच में दस्तावेज भी फर्जी निकले
इंडिपेंडेंट वॉयस । झांसी में फर्जी शिक्षक भर्ती मामले में 5 शिक्षकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। फर्जी नियुक्ति पत्र के सहारे राजकीय माध्यमिक विद्यालय में कार्यभार ग्रहण करने वाले सभी शिक्षकों को जेल भेज दिया गया है। यह सभी आरोपी आजमगढ़ के रहने वाले हैं। इसमें झांसी के मऊरानीपुर में 2 और गरौठा में 3 शिक्षकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पकड़े गए आरोपियों में तीन शिक्षक व दो शिक्षिकाएं शामिल हैं।
जिला विद्यालय निरीक्षक झांसी ओम प्रकाश सिंह के अनुसार मऊरानीपुर थाना क्षेत्र के वीरा व बम्होरी सुहागी के विद्यालय में फर्जी व कूटरचित नियुक्ति पत्र के आधार पर दो शिक्षाकाएं नौकरी कर रहीं थी। पुलिस ने 2 शिक्षिकाओं समेत 3 शिक्षकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। राजकीय बालिका हाईस्कूल वीरा की प्रधानाध्यापिका ऊषा पाठक ने पुलिस को बताया कि विद्यालय में तैनात हिंदी की सहायक अध्यापक ग्राम लक्षीरामपुर पोस्ट हीरापट्टी तहसील सदर जनपद आजमगढ़ निवासी अमृता कुशवाहा ने कूटरचित नियुक्ति पत्र कि जरिए 20 जुलाई को विद्यालय में सहायक अध्यापक का पद ग्रहण किया था। वहीं राजकीय बालिका हाई स्कूल बम्होरी सुहागी की प्रधानाध्यापिका पूनम बौद्ध के अनुसार विïद्यालय की सहायक अध्यापिका मैनावती निवासी मघनापार बलिया गंज जनपद आजमगढ़ ने फर्जी व कूट रचित नियुक्ति पत्र पर 27 जून को सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्ति ली थी। वहीं राजकीय हाईस्कूल, खडौरा, झांसी में फर्जी नियुक्ति पत्र से शिक्षक पंचदेव रणविजय विश्वकर्मा पुत्र लालचन्द्र विश्वकर्मा एवं नरेन्द्र कुमार मौर्य पुत्र राम आधार मौर्य ने भी विद्यालय में उसी तिथि में कार्यभार ग्रहण किया था।
भर्ती निकली नहीं होगी नियुक्ति
इसी तरह झांसी के मऊरानीपुर तहसील के ग्राम वीरा और बम्हौरी सुहागी के विद्यालय के प्रधानाध्यापकों ने दोनों शिक्षिकाओं के विरुद्ध 420 का मामला दर्ज कराया है। जिला विद्यालय निरीक्षक के अनुसार शिक्षिकाओं ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्ति ली थी। जांच के बाद दस्तावेज फर्जी पाए गए तथा सामने आया कि प्रशासन द्वारा कोई भी भर्ती नहीं निकाली गई थी। फिलहाल मऊरानीपुर पुलिस ने दोनों शिक्षिकाओं को गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ की जा रही है। वहीं इस मामले में गरौठा पुलिस ने भी ग्राम खड़ौरा हाई स्कूल में तैनात 3 शिक्षकों के भी विरूद्ध मामला दर्ज किया है। इसके अलावा फर्जी शिक्षकों को पदभार ग्रहण कराने वाली तीनों प्राचार्यों के खिलाफ अनुशासनात्कम कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।