इंडिपेंडेंट वॉयस । अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान की ओर से इंदिरा नगर कार्यालय में भव्य योग कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में शामिल लोगों ने एक साथ योग,आसान और प्राणायाम किया। इस अवसर पर दिनचर्या में योग को शामिल करते हुए स्वस्थ रहने का संकल्प भी लिया गया। मुख्यवक्ता स्वामी श्रवणानंद ने कहा की योग ही एक ऐसी विधा है जिसके द्वारा स्वस्थ व्यक्ति अपने स्वास्थ्य की रक्षा करता है। इस अवसर पर जितेन्द्र कुमार द्विवेदी ने योग पर प्रकाश डाला। अंजनी कुमार दुबे ने योगिक आहार की चर्चा करते हुए कहा कि योग के द्वारा लम्बी आयु की कामना करने वाले को सात्विक आहार लेना चाहिए । कार्यक्रम का आरंभ दीप प्रज्वलन तथा अतिथियों के स्वागत से हुआ।
उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान द्वारा प्रदेश के 48 जनपदों में संचालित त्रैमासिक योग प्रशिक्षण शिविर के प्रशिक्षकों ने प्रत्येक जनपद में योग प्रतियोगिता का आयोजन किया,जिसमें 1000 से अधिक प्रतिभागियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। प्रत्येक जनपद में आयोजित योग प्रतियोगिताओं में प्रथम,द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर संस्कृत संस्थान के इंदिरा नगर स्थित कार्यालय में भी योगासनों का प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर संस्थान के अध्यक्ष डॉ वाचस्पति मिश्र ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि योग का अर्थ जुड़ना होता है। योग आत्मा को परमात्मा से जोड़ता है । यह शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य की भी रक्षा करता है। इस अवसर पर संस्कृत संस्थान के निदेशक पवन कुमार ऑनलाइन माध्यम के जुड़कर प्रतिभागियों को सम्बोधित किया।कार्यक्रम में योगाचार्य ओमनरायन अवस्थी, कृष्ण कुमार पाण्डेय ने भी अपना उद्बोधन दिया।